द फॉलोअप डेस्क
बिहार में सोमवार को विपक्ष ने विधानसभा और विधान परिषद में राज्य में बढ़ते क्राइम ग्राफ को लेकर जमकर हंगामा और विरोध किया। ऐसे में कानून-व्यवस्था को लेकर लगातार बढ़ते विवादों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) और मुख्य सचिव को तलब किया है। बता दें कि सीएम नीतीश ने राज्य में बढ़ते अपराध और पुलिस की नाकामी को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा की। साथ ही उनसे स्पष्ट जवाब तलब किया। इस बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि सरकार जल्द ही इस समस्या के समाधान के लिए कुछ कड़े कदम उठा सकती है। सदन छोड़कर निकल गए सीएम
जानकारी हो कि सोमवार को होली की 4 दिन की छुट्टी के बाद फिर विधानमंडल की कार्यवाही शुरू हुई। इस दौरान विधानसभा में विपक्ष ने नीतीश सरकार पर कानून-व्यवस्था के मुद्दे को लेकर जमकर हमला बोला। विपक्षी विधायकों ने सदन में विरोध प्रदर्शन किया, प्ले कार्ड लहराए और नारेबाजी की। इस विरोध के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ ही समय में विधानसभा छोड़कर अपने चैम्बर में चले गए। फिर वे विधान परिषद पहुंचे। यहां भी विपक्षी नेताओं ने उन्हें घेर लिया और सवालों की झड़ी लगा दी।ट
CM को ठहराया जाए जवाबदेह- तेजस्वी यादव
मालूम हो कि बिहार में पिछले कुछ दिनों में कई आपराधिक घटनाएं हुई हैं, जिनमें पुलिस पर हमले भी शामिल हैं। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि पिछले 20 वर्षों में बिहार में 60,000 हत्याएं और कई बलात्कार की घटनाएं हुई हैं। इसके लिए गृह मंत्री के रूप में नीतीश कुमार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। वहीं, विपक्ष के लगातार बढ़ते दबाव और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवालों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डीजीपी और मुख्य सचिव से मुलाकात की है। इससे यह संकेत मिलता है कि सरकार इस मुद्दे पर जल्द ही कड़े फैसले लेने की ओर अग्रसर हो सकती है।